Spiritual
धर्म ग्रंथों में सरस्वती को ज्ञान और संगीत की देवी कहा गया है। हर साल देवी सरस्वती का प्रकटोत्सव वसंत पचंमी के रूप में मनाया जाता है। जानें इस बार कब मनाई जाएगी वसंत पंचमी…
ग्रंथों के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इसी तिथि पर देवी सरस्वती प्रकट हुई थी। इस बार ये तिथि 2 दिन रहेगी।
पंचांग के अनुसार, माघ शुक्ल पंचमी तिथि 13 फरवरी, मंगलवार की दोपहर 02:42 से 14 फरवरी, बुधवार की दोपहर 12:10 तक रहेगी। इस तरह ये तिथि 1 नहीं बल्कि 2 दिन रहेगी।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, चूंकि पंचमी तिथि का सूर्योदय 14 फरवरी, बुधवार को होगा, इसलिए वसंत पंचमी का पर्व भी इसी दिन मनाया जाएगा।
14 फरवरी, बुधवार को सरस्वती पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 07 से दोपहर 12.10 तक रहेगा। इसके बाद पंचमी तिथि समाप्त हो जाएगा। इसलिए इसी शुभ मुहूर्त में पूजन करना श्रेष्ठ रहेगा।
देवी सरस्वती की पूजा से ही ज्ञान की प्राप्ति होती है। संगीत के साधक भी देवी सरस्वती की ही पूजा करते हैं। वहीं जो लोग वाणी से संबंधित काम करते हैं, वे भी इन्हीं के उपासक होते हैं।