Sawan 2023: ये हैं कावड़ यात्रा के 7 नियम, जानें क्या करें-क्या न करें?
Hindi

Sawan 2023: ये हैं कावड़ यात्रा के 7 नियम, जानें क्या करें-क्या न करें?

ये हैं कावड़ यात्रा के 7 नियम
Hindi

ये हैं कावड़ यात्रा के 7 नियम

कावड़ यात्रा से जुड़े कई नियम हैं। जिनका पालन करना सभी कावड़ यात्रियों के लिए अनिवार्य होता है। इनमें से कुछ नियम तो बहुत ही कठिन हैं। आगे जानिए कावड़ यात्रा के इन नियमों के बारे में…

Image credits: Getty
कावड़ यात्रा में नशा वर्जित
Hindi

कावड़ यात्रा में नशा वर्जित

कावड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह का नशा करना वर्जित रहता है जैसे भांग, गांजा आदि। इस नियम का पालन पूरी सख्ती से किया जाता है।

Image credits: Getty
तामसिक भोजन भी नहीं
Hindi

तामसिक भोजन भी नहीं

कावड़ यात्रा के दौरान भक्त सिर्फ सात्विक भोजन ही करते हैं। तामसिक भोजन यानी मांस, अंडा के साथ-साथ लहसुन-प्याज भी नहीं खाया जाता।

Image credits: Getty
Hindi

कावड़ को नीचे नहीं रख सकते

यात्रा के दौरान भक्त कांवड को नीचे नहीं रख सकते। ऐसे किसी ऐसे स्थान पर रखा जाता है, जहां से इसका जमीन पर स्पर्श न हो।

Image credits: Getty
Hindi

श्रृंगार सामग्री की भी मनाही

कावड़ यात्री अपनी यात्रा के दौरान तेल, साबुन, कंघी आदि का उपयोग नहीं कर सकता। सिर्फ इतना ही नहीं शेविंग भी नहीं की जाती।

Image credits: Getty
Hindi

वाहन का उपयोग नहीं कर सकते

कावड़ यात्रियों के लिए चारपाई पर बैठना एवं किसी भी वाहन पर चढ़ना भी मना है। यानी सिर्फ पैदल चलते हुए भी यात्रा समाप्त करनी पड़ती है।

Image credits: Getty
Hindi

अपनी कावड़ दूसरे को नहीं दे सकते

कावड़ यात्री अपनी कावड़ किसी दूसरे व्यक्ति को नहीं दे सकते। जो व्यक्ति कावड़ लेकर यात्रा शुरू करता है, उसे ही यात्रा पूरी भी करनी पड़ती है।

Image credits: Getty
Hindi

अशुद्ध अवस्था में हाथ नहीं लगा सकते

शौच आदि करने के बाद पहले स्नान करना जरूरी होता है, इसके बाद ही कावड़ को हाथ लगा सकते हैं। यानी अशुद्ध अवस्था में कावड़ को स्पर्श नहीं कर सकते।

Image credits: Getty

Sawan में करें राशि अनुसार उपाय, महादेव की कृपा से हो सकते हैं मालामाल

सावन में शिवजी को चढ़ाएं ये 10 चीजें, मिलेगी दिन दूनी-रात चौगुनी तरक्की

Sawan 2023: सावन में घर बैठे एक क्लिक से करें 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन

Guru Purnima 2023: अगर आपकी जिंदगी में गुरु न हो तो क्या करें?