प्रेमानंद महाराज उस समय दंग रह गए जब उनसे एक भक्त ने कहा ‘मेरा आकर्षण पुरुषों के प्रति है, स्त्रियों के लिए नहीं, मैं क्या करूं? जानें भक्त की बात सुनकर क्या बोले बाबा…
प्रेमानंद महाराज से एक भक्त ने कहा ‘मेरा मन में पुरुषों के लिए आकर्षण है, न कि स्त्रियों के लिए। इस वजह से मेरे वैवाहिक जीवन में तलाक की नौबत आ चुकी हैं। मैं क्या करूं?’
प्रेमानंद महाराज ने कहा ‘क्या आपको अब तक इस पाप कर्म से संतुष्टि मिली है यदि नहीं मिली है तो कभी मिलेगी भी नहीं। पुरुष का पुरुष के प्रति आसक्त होना तो कलयुग की देन है।‘
प्रेमानंद महाराज ने कहा ‘इस तरह के पाप कर्म करके आप खुद के साथ तो गलत कर ही रहे हैं साथ ही अपने जीवनसाथी को भी धोखा दे रहे हैं। इसका परिणाम बहुत बुरा हो सकता है।’
प्रेमानंद महाराज ने कहा ‘अभी भी समय है, भगवान का नाम लो। कोई भी गलती ऐसी नहीं है जो सुधारी ना सके। अपने मन को सलाह को मारना सीखो, इससे तुम महात्मा बन जाओगो।
प्रेमानंद महाराज ने कहा ‘यदि तुम्हारी स्त्री शरीर में रूचि नही है तो ब्रह्मचारी बनो, धन कमाओ और अच्छे कामों में लगा दो। इसी से तुम्हारा और तुम्हारे परिवार का कल्याण होगा।’