नीति शास्त्र के अनुसार, जब तक निमंत्रण न मिले किसी उत्सव में नहीं जाना चाहिए, लेकिन 5 स्थान ऐसे हैं, जहां बिना निमंत्रण के भी जाया जा सकता है। जानिए कौन-सी हैं वो जगहें…
नीति शास्त्र के अनुसार, अगर आप अपने माता-पिता के घर में कोई उत्सव हो तो वहां जाने के लिए निमंत्रण का इंतजार न करें। वहां बिना बुलाए भी जाया जा सकता है।
अगर आपके किसी मित्र के घर में कोई कार्यक्रम है और वह आपको निमंत्रण देना भूल गया गया तो बिना संकोच आप उस कार्यक्रम में जा सकते हैं, ऐसा नीति शास्त्र में लिखा है।
नीति शास्त्र कहता है कि आपके गुरु के घर में कोई कार्यक्रम हो तो वहां आप सबसे पहले पहुंचें, भले ही आपको निमंत्रण न मिला हो। इसमें किसी तरह का कोई संकोच न करें।
अगर आपके घर के आस-पास कोई सार्वजनिक उत्सव चल रहा हो तो वहां भी आप बिना निमंत्रण के जा सकते हैं। इससे आपके सम्मान में कोई कमी नहीं आएगी।
आप जहां रहते हैं, वहां आस-पास कोई मंदिर हो जहां धार्मिक कार्यक्रम होते हैं तो वहां भी आपको बिना निमंत्रण को चले जाना चाहिए। नीति शास्त्र यही कहता है।
ऊपर बताए गए सभी स्थानों पर आप बिना बुलाए जा सकते हैं, लेकिन शर्त ये है कि वहां आपका कोई विरोधी नहीं होना चाहिए। ऐसी स्थिति में इन स्थानों पर जाने से बचना चाहिए।