धर्म ग्रंथों में शिवलिंग पूजा से जुड़े कईं नियम बताए गए हैं। इन नियमों को जानकर ही शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए। महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के मौके पर जानें इन नियमों के बारे में…
शिवपुराण के अनुसार, घर में जो शिवलिंग स्थापित करें, उसका आकार हाथ के अंगूठे से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इससे बड़े आकार का शिवलिंग घर में स्थापित करने की मनाही है।
नियमों के अनुसार, घर के पूजा स्थान पर एक से ज्यादा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। एक से अधिक शिवलिंग एक स्थान पर रखने से इनकी ऊर्जाओं में टकराहट होती है जो शुभ नहीं होता।
कोशिश करें कि घर में शिवलिंग ऐसे स्थान पर स्थापित करें जहां थोड़ा खुलापन हो, जिससे कि शिवलिंग की ऊर्जा पूरे घर में फैल सके। इससे पूरे घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहेगी।
घर में जब भी शिवलिंग की पूजा करें तो भूलकर भी कुंकुम और हल्दी न चढ़ाएं। ये स्त्रियों के श्रृंगार की सामग्री हैं, इसलिए इनका उपयोग शिवलिंग की पूजा में नहीं किया जाता।
विद्वानों के अनुसार यदि शिवलिंग खंडित हो जाए तो इसे सम्मान पूर्वक नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए और इसके स्थान प र नए शिवलिंग की स्थापना करनी चाहिए।