वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज उनसे पूछे गए हर सवाल का सटीक उत्तर देते हैं। जब उनसे एक व्यक्ति ने पूछा कि ‘मेहनत और भाग्य में कौन बलवान है’ तो जानें उन्होंने क्या उत्तर दिया…
एक भक्त ने प्रेमानंद महाराज से पूछा ‘क्या मेहनत करने से हमें वो सब भी मिल सकता है जो हमारे भाग्य में नहीं लिखा होता?, भाग्य और कर्म में कौन ज्यादा बलवान है?’
प्रेमानंद महाराज ने कहा ‘आप कितनी भी मेहनत कर लो, जो आपकी किस्मत में नहीं है वो आपको नहीं मिलेगा, वो तो सिर्फ भजन करने से ही आपको मिल सकता है।’
प्रेमानंद महाराज बोले ‘तुम लाख प्रयास करो, मेहनत करो लेकिन अगर भाग्य तुम्हारे साथ नहीं है तो वो तुम्हें छोड़कर किसी ओर को मिल जाएगा, लेकिन तुम्हारे हाथ में कभी नहीं आएगा।’
प्रेमानंद महाराज ने कहा ‘अपने भाग्य को रौंदकर नए भाग्य की रचना कर्म से नहीं हो सकती है, इसके लिए भगवान का आश्रय लेना पड़ेगा, जिसके लिए भजन और नाम जप ही एकमात्र साधन है।’