वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज के अनुसार, साधु-संतों को अपने जीवन में कईं बातों का ध्यान रखना चाहिए, तभी उन्हें ईश्वर की प्राप्ति का मार्ग मिल सकता है। जानें कौन-सी हैं वो बातें…
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘साधु-संतों को साबुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि ये घोर रजोगुणी वस्तु है। ये साधु-संतों के इस्तेमाल में आने वाली वस्तु नहीं है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘अगर शरीर को साफ करना है तो साबुन के स्थान पर मिट्टी का उपयोग करें। साधु-संतों के लिए प्राकृतिक चीजें ही उचित है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘साधु-संतों को बालों में लगाने वाले तेल का उपयोग भी नहीं करना चाहिए। ये भी रजोगुणी है। तेल के स्थान पर रीठा आदि का उपयोग करें।
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘साधु-संत टच मोबाइल का इस्तेमाल भी न करें। ये आपको ईश्वर के मार्ग से भटका सकता है और कुसंग में डाल सकता है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘यदि आप मोबाइ के जरिए सत्संग सुनना चाहते हैं तो इसके स्थान पर किसी दूसरी वस्तु का उपयोग करें। यही साधु-संतों के लिए ठीक है।’