प्रेमानंद महाराज बातों ही बातों में सुखी और खुशहाल लव लाइफ की अनेक टिप्स बताते रहते हैं। ये टिप्स बहुत ही सरल हैं। आगे जानिए प्रेमानंद महाराज की ऐसी ही 10 टिप्स…
प्रेमानंद महाराज के अनुसार ‘प्यार में कोई मतलब नहीं होता, बस सरेंडर होता है। यानी आप अगर किसी से सच्चा प्रेम करते हैं तो उसके प्रति समर्पित हो जाईए।‘
प्रेमानंद महाराज का कहना है ‘एक गृहस्थी तभी सफल और खुशहाल हो सकती है जब उसमें भगवान की भक्ति भी उसमें शामिल हो। यही सच्ची खुशी है।‘
प्रेमानंद महाराज के अनुसार ‘असली प्यार तब होता है जब पति-पत्नी अपना अंहकार छोड़ देते हैं यानी उन दोनों में 'मैं' और 'मेरा' खत्म हो जाता है।‘
प्रेमानंद महाराज की मानें तो ‘पति-पत्नी के बीच प्यार तब तक बना रहता है जब तक दोनों नेकी के रास्ते पर चलते हैं। इसी से कृपा भी बनी रहती है।’
प्रेमानंद महाराज ने ये भी कहा है कि ‘प्यार लेने के बारे में नहीं है, यह देने और सेवा करने के बारे में है। यानी प्रेम में सेवा और समर्पण ही सर्पोपरि है।’
प्रेमानंद महाराज का कहा है कि ‘हर व्यक्ति में कुछ कमियां होती हैं लेकिन हमें अपने साथी की अच्छाइयों पर ध्यान देना चाहिए न कि उसकी गलतियों पर।’
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि ‘विवाह में शब्द कम होने चाहिए और भावनाएं ज़्यादा। क्योंकि शब्द अलगाव का कारण बनते हैं लेकिन भावनाएं जोड़े रखती हैं।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार ‘आजकल वैवाहिक जीवन में अलगाव का कारण है एक-दूसरे को सम्मान न देना। यही सबसे बड़ी गलती है, इसे सुधारें।’
प्रेमानंद महाराज का कहना है कि ‘पति-पत्नी का सच्चा प्यार ही उन्हें भगवान के अधिक नजदीक ले जाता है और यही मोक्ष का कारण भी बन सकता है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘ये दुनिया एक रंगमंच है, जिसमें सभी को अलग-अलग रोल मिला है, अगर आपको पति या पत्नी का रोल मिला है, उसे ठीक से निभाइए।’