किन लोगों को दिखाई देते हैं भूत-प्रेत? जानें जन्म कुंडली से
Spiritual Dec 09 2025
Author: Manish Meharele Image Credits:Getty
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कितने होते हैं गण?
जन्म कुंडली में गण के बारे में जरुर लिखा होता है। गण मुख्य रूप से 3 होते हैं- देव गण, मनुष्य गण और राक्षस गण। इन तीनों का अलग-अलग महत्व ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है।
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कैसे तय होता है राक्षण गण?
ज्योतिषियों के अनुसार कृत्तिका, अश्लेषा, मघा, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, धनिष्ठा, शतभिषा, इन 9 नक्षत्रों में जन्म लेने वाला व्यक्ति राक्षण गण का कहलाता है।
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क्या होता है राक्षण गण?
राक्षस गण के बारे में बहुत से लोगों ने सुना होगा लेकिन इसकी विशेषता बहुत कम लोगों को पता है। राक्षस गण से जुड़ी कईं मान्यताएं भी हमारे समाज में प्रचलित हैं।
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क्यों खास है राक्षण गण?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राक्षस गण वाले लोगों को भूत-प्रेत जैसी निगेटिव शक्तियों का अहसास तुरंत हो जाता है। इन्हें वो भी दिखाई देता है जो आम लोग नहीं देख पाते।
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हिम्मती होते हैं राक्षस गण वाले
राक्षस गण के लोग बहुत हिम्मत वाले होते हैं। अगर उनके सामने कोई पेरानार्मल एक्टिविटी हो तो भी वे घबराते नहीं है बल्कि उसका साहस के साथ मुकाबला करते हैं।