सावन में यदि रोज शिवलिंग पर जल चढ़ाया जाए तो हर मनोकामना पूरी हो सकती है। शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। आगे जानिए इन बातों के बारे में…
शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए तांबे के लोटे का उपयोग करें। इसके अलावा चांदी या कांसे के बर्तन का उपयोग भी कर सकते हैं। जलाभिषेक के लिए स्टील के बर्तन का उपयोग न करें।
शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय मुख उत्तर की ओर रहना चाहिए। इससे शिव पार्वती दोनों का आशीर्वाद मिलता है। कभी भी पूर्व दिशा की ओर मुख करके जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
शिवलिंग का अभिषेक करते समय मन एकदम शांत होना चाहिए और जल चढ़ाते समय ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप मन ही मन करते रहना चाहिए। इससे शुभ फल मिलते हैं।
इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि जो जल आप शिवलिंग पर चढ़ा रहे हैं वो किसी के पैरों में तो नहीं आ रहा, क्योंकि शिवलिंग पर चढ़ाया जल चरणामृत के समान पूजनीय होता है।
शिवलिंग पर चढ़ाया गया जल चरणामृत के समान पूजनीय होता है, इसलिए इसे पी भी सकते हैं। शिवपुराण के अनुसार, ऐसा करने से पापों का नाश होता है और घर में सुख-समृद्धि रहती है।