इस बार भगवान शिव का प्रिय सावन मास 22 जुलाई, सोमवार से शुरू हो रहा है। सावन में कावड़ यात्रा की परंपरा भी है। कावड़ यात्रा में कुछ काम भूलकर भी नहीं करना चाहिए…
कावड़ यात्रा में किसी भी तरह का नशा नहीं करना चाहिए जैसे भांग, गांजा, शराब आदि। जो भी व्यक्ति ये नशा आदि करता है, उसे कावड़ यात्रा का पूरा फल नहीं मिलता।
कावड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह का तामसिक भोजन जैसे मांस, मछली के अलावा लहसुन, प्याज आदि भी नहीं खाना चाहिए। इससे भी कावड़ यात्रा की पवित्रता भंग होती है।
कावड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह की चमड़े की वस्तु जैसे जूते-चप्पल, बेल्ट और पर्स आदि का उपयोग नहीं करना चाहिए। ये भी कावड़ यात्रा का एक महत्वपूर्ण नियम है।
कावड़ यात्रा में शामिल व्यक्ति न तो शेविंग करवा सकता है और न बाल कटवा सकता है। इसके अलावा तेल, साबुन, कंघी आदि चीजों का उपयोग भी कावड़ यात्री को नहीं करना चाहिए।
कावड़ यात्री किसी भी वाहन का उपयोग नहीं कर सकता और न किसी से लिफ्ट ले सकता है। साथ ही कावड़ यात्री रास्ते में किसी वृक्ष या पौधे के नीचे कावड़ भी नहीं रख सकता।