साल 2023 का अंतिम सूर्यग्रहण 14 अक्टूबर, शनिवार को होने जा रहा है। लेकिन ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। जहां ये ग्रहण दिखाई देगा, वहीं इसकी मान्यता मानी जाएगी।
ग्रंथों के अनुसार, सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, नहीं तो गर्भ में पल रहे बच्चे पर इसका बुरा असर हो सकता है। जानें इससे जुड़ी खास बातें…
मान्यता है कि ग्रहण काल में सूर्य की किरणें हानिकारक हो जाती हैं, इसलिए गर्भवती महिला को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, नहीं तो इसका अशुभ प्रभाव गर्भ में पल रहे बच्चे पर हो सकता है।
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी भी नुकीली चीज जैसे ब्लेड, कैंची, सुई आदि का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करना गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए ठीक नहीं माना जाता।
नियमों के अनुसार, सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कुछ भी खाना-पीने से बचना चाहिए। बहुत जरूरी अगर हो तो हो तो दवा, पानी, दूध आदि चीजें ले सकती हैं।
मान्यता के अनुसार, ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को सोना भी नहीं चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। इस बात का भी ध्यान रखें कि सूर्य की किरणें घर में प्रवेश न कर सके।
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को भगवान की पूजा आदि भी नहीं करनी चाहिए। मंत्र जाप कर सकती हैं। इस दौरान सजने-सवंरने से भी बचना चाहिए। किसी पर क्रोध भी न करें।