साल 2024 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर, बुधवार को लगेगा। यह वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा, जिसे आमतौर पर "रिंग ऑफ फायर" के नाम से जाना जाता है।
भारतीय समयानुसार, यह सूर्य ग्रहण रात 09:13 बजे शुरू होगा और अगले दिन तड़के 03:17 बजे समाप्त होगा। कुल मिलाकर यह ग्रहण लगभग 6 घंटे तक चलेगा।
भारत में इस सूर्य ग्रहण का नजारा नहीं देखा जा सकेगा, क्योंकि उस वक्त यहां रात होगी। लेकिन इच्छुक लोग इसे नासा के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर लाइव देख सकते हैं।
सूर्य ग्रहण का रिंग ऑफ फायर प्रशांत महासागर, आर्कटिक, दक्षिणी चिली, अर्जेंटीना, पेरू, फिजी, अंटार्कटिका, होनोलूलू में दिखाई देगा। दक्षिणी अमेरिका में यह आंशिक रूप से दिखेगा।
सूर्य ग्रहण तब होता है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में आ जाते हैं और चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आकर सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने से रोक देता है।
भारत में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा ऐसे में कहा जा रहा है कि सूतक भी मान्य नहीं होगा वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतक ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है।
भारत में सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू होता है। ग्रहण रात 09:13 बजे शुरू होगा, इसलिए सूतक काल 1 अक्टूबर को सुबह 09:13 बजे से शुरू होगा और इसे ग्रहण समाप्त होने तक माना जाएगा।
रात होने के कारण भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा लेकिन धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दौरान कुछ विशेष कार्यों को करने से बचना चाहिए। प्रेगनेंट महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए।
ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए इसका असर सर्वपितृ अमावस्या पर नहीं होगा।तर्पण-श्राद्ध कर्म में कोई बाधा नहीं आएगी। ग्रहण 1 अक्टूबर रात 9:40 से 2 अक्टूबर तड़के 3:17 बजे तक है।