वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है, जिसमें वे घर में कुत्ता पाले या नहीं और किन बातों का ध्यान रखें? विषय पर बता रहे हैं। जानें क्या कहा बाबा ने…
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘पशु सेवा करना अच्छी बात है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप घर के अंदर तक कुत्ते को आने दें। कुत्ते की सीमा घर के दरवाजे तक ही है।
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘आप कुत्ते को पालिए, उसे अच्छे से खिलाइए, उसे नहलाइए, उसे कपड़े पहनाईए। उसकी अच्छे से सेवा भी कीजिए। इसमें कोई बुराई नही है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘श्रीमद्भागवत में लिखा है कि कुत्ता द्वारपाल है। इसलिए इसे घर के दरवाजे तक ही सीमित रखना चाहिए। चाहें तो कुत्ते के लिए एक अलग से कमरा बनवा दीजिए।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘घर के अंदर भगवान का मंदिर होता है, रसोई होती है, जहां भगवान का भोग तैयार होता है। इन स्थानों पर कुत्ते का प्रवेश भूलकर भी नहीं होना चाहिए।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘कुत्ते को ये पता नहीं होता कि शौच कहां करनी है और लघुशंका कहां? वो जहां जाता है उस स्थान को अपवित्र करता है। घर की मर्यादा भंग न हो, ध्यान रखें।