इस मंदिर में रोज आते हैं 30 हजार नारियल, इसी से 40 करोड़ की सालाना आय
Spiritual Jan 25 2024
Author: Manish Meharele Image Credits:social media
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शक्तिपीठ है तारिणी माता मंदिर
ओडिशा के केंउझर गांव में है तारिणी माता मंदिर। मान्यता है कि इस स्थान पर देवी सती का स्तन गिरा था, इसलिए इसे शक्तिपीठ कहते हैं। इस मंदिर में नारियल चढ़ाने की परंपरा है।
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रोज आते हैं 30 हजार नारियल
एक रिपोर्ट के अनुसार, तारिणी माता मंदिर में रोज लगभग 30 हजार नारियल चढ़ाए जाते हैं। इस हिसाब से मंदिर में सालभर में लगभग 40 करोड़ मूल्य के नारियल पहुंचते हैं।
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आपको आने की जरूरत नहीं
अगर आप तारिणी माता को नारियल चढ़ाना चाहते हैं तो आपको ओडिशा आने वाले ट्रक या बस के ड्राइवर को नारियल देना है, वो माता के दरबार में आपका दिया नारियल पहुंचा देगा।
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ये है पूरी व्यवस्था
ओडिशा के 30 जिलों में नारियल के लिए बॉक्स रखवाए गए हैं। वहां से गुजरने वाला ड्राइवर इनमें नारियल डाल देते हैं और वहां से इन नारियलों को मंदिर में भेज दिया जाता है।
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14वीं शताब्दी से जारी है परंपरा
इस मंदिर में नारियल भेजने की परंपरा 14वीं शताब्दी से चली आ रही है यानी 600 साल पहले से। मान्यता है कि नारियल चढ़ाने से देवी प्रसन्न होती है और भक्तों के दुख को दूर करती है।
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राजा गोविंदा भंजदेव ने बनवाया मंदिर
देवी का ये शक्तिपीठ काफी प्राचीन हैं, कईं ग्रंथों में इसका वर्णन है। वर्तमान में जो मंदिर यहां बना हुआ है उसका निर्माण केंउझर के तत्कालीन राजा गोबिंदा भंजदेव ने 1480 में करवाया था।