Hindi

तिरुपति के अखंड दीपक, बालाजी की मूर्ति से आती है समंदर की आवाज! Facts

Hindi

तिरुपति बालाजी मंदिर के शाश्वत दीपक

तिरुपति मंदिर में बालाजी मूर्ति के सामने शाश्वत जलते दीपक भगवान वेंकटेश्वर की हमेशा मौजूद रहने वाली दिव्य शक्ति को दिखाते हैं। भक्त इन्हें ईश्वरीय प्रकाश मानते हैं।

Image credits: Getty
Hindi

हजारों साल से जल रहे हैं बालाजी मंदिर में ये दीपक

ऐसा कहा जाता है कि बालाजी मंदिर में ये दीपक हजारों सालों से लगातार जल रहे हैं और इन्हें कब जलाया गया था, इसका किसी को पता नहीं है।

Image credits: PiligrimsAlbumImages
Hindi

शाश्वत दीपक बनाते हैं मंदिर को रहस्यमयी

तिरुपति भगवान वेंकटेश्वर के सामने इन दीपकों का इतने लंबे समय से जलना मंदिर को और भी पवित्र और रहस्यमयी बना देता है। लोग मानते हैं कि यहां भगवान की शक्ति हमेशा रहती है।

Image credits: PiligrimsAlbumImages
Hindi

भक्तों को सही रास्ता दिखाते हैं तिरुपति मंदिर के शाश्वत दीपक

मंदिर में हर दिन की पूजा और अनुष्ठान के दौरान ये जलते रहते हैं। ये दीपक सिर्फ रोशनी नहीं, बल्कि आध्यात्मिक ज्ञान का प्रतीक हैं, जो भक्तों को सही रास्ता दिखाते हैं।

Image credits: Getty
Hindi

मंदिर और भगवान के बीच अटूट संबंध का प्रतीक

ये दीपक तिरुपति मंदिर की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं, जो कई पीढ़ियों से चल रही हैं। दीपकों का लगातार जलते रहना मंदिर और भगवान के बीच अटूट संबंध का प्रतीक है।

Image credits: Getty
Hindi

बालाजी की मुख्य मूर्ति को जीवित मानते हैं लोग

बालाजी की मुख्य मूर्ति को लोग जीवित मानते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि जब मूर्ति की पीठ पर कान लगाते हैं, तो अंदर से गरजते हुए समुद्र की आवाज सुनाई देती है।

Image credits: Getty
Hindi

बालाजी की मूर्ति से निकलता है पसीना

ऐसी भी मान्यता है कि बालाजी की मुख्य मूर्ति के अभिषेक के बाद मूर्ति से पसीना निकलने लगता है, जिसे रेशमी कपड़े से पोंछा जाता है।

Image Credits: Getty