PM Modi पहुंचें रंगनाथ स्वामी मंदिर,इसे क्यों कहते हैं धरती का बैकुंठ?
Spiritual Jan 20 2024
Author: Manish Meharele Image Credits:PM Modi LIVE
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पीएम मोदी पहुंचे रंगनाथ मंदिर
पीएम नरेंद्र मोदी आज 20 जनवरी, सोमवार को तमिलनाडु दौरे पर हैं। इस दौरान वे त्रिची के श्रीरंगम में स्थित रंगनाथ स्वामी मंदिर पहुंचे और पूजा-पाठ की। जानें क्यों खास है ये मंदिर…
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देश के पुराने मंदिरों में से एक
त्रिची के श्रीरंगम में बना रंगनाथ स्वामी का ये मंदिर देश के सबसे पुराने मंदिरों में से एक माना जाता है। इस मंदिर का वर्णन अनेक धर्म ग्रंथों और पुराणों में मिलता है।
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भगवान विष्णु की होती है पूजा
इस मंदिर के मुख्य देवता श्री रंगनाथ स्वामी हैं, जो भगवान विष्णु का लेटा हुआ रूप हैं। कहते हैं कि पहली बार तमिल कवि कंबन ने यहां कम्ब रामायणम को सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किया था।
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कहते हैं धरती का वैकुंठ
रंगनाथ स्वामी मंदिर कावेरी नदी के निकट है। ये 156 एकड़ में फैला हुआ है। ये मंदिर पूरी तरह से पत्थर से बना हुआ है। इसकी विशालता को देखते हुए ही इसे धरती का वैकुंठ कहा जाता है।
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चोल राजा को मिली थी ये प्रतिमा
कहते हैं कि भगवान रंगनाथ की जो प्रतिमा इस मंदिर में स्थापित है वो चोल राजा को तब मिली जह वह तोते का पीछा करता हुए जंगल में गए थे। उन्होंने ही इस मंदिर का निर्माण करवाया था।
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इन राजाओं ने किया जीर्णोद्धार
रंगनाथ स्वामी मंदिर की वर्तमान संरचना 16वीं शताब्दी के आस-पास की है। समय-समय पर चोल, पांड्या, होयसाल और विजयनगर साम्राज्य के राजाओं ने इसका जीर्णोद्धार करवाया है।
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लूटकर ले गए थे दिल्ली
कहते हैं कि सन 1310 में कुछ मुस्लिम आक्रमणकारी रंगनाथ स्वामी की प्रतिमा को लूटकर दिल्ली ले गए थे, बाद में रंगनाथ के भक्त इसे पुन: लेकर आए और मंदिर में स्थापित कर दिया।