हर साल 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाया जाता है। इसे प्रेमियों का दिन भी कहते हैं। इस दिन लोग अपने प्यार का इजहार करते हैं। इन्हीं में से कुछ लोग जीवनसाथी भी बनते हैं।
जीवनसाथी में कौन-से गुण होना चाहिए, ये बात आचार्य चाणक्य ने बताई है। इन बातों का ध्यान में रखकर साथी चुना जाए तो जीवन सुखी रहता है। आगे जानिए कौन-से हैं वो 5 गुण…
विवाह से पहले लड़का-लड़की के कुल यानी परिवारे के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। उत्तम कुल के लोगों में ही विवाह संबंध रखना चाहिए, नहीं तो बाद में परेशानी होती है।
विवाह संबंध निभाने के लिए व्यक्ति का व्यवहार भी काफी माएने रखता है। कुलीन और सुशील व्यवहार वाले लोगों का वैवाहिक जीवन ही सदैव सुखी रहता है और ये हर सुख भोगते हैं।
विवाह के लिए लड़का-लड़की का संस्कारी होना भी जरूरी है। जो लोग अपने परिवार, समाज और धर्म के संस्कारों का अनुसरण करते हैं, वे ही वैवाहिक जीवन के लिए उत्तम होते हैं।
वैवाहिक जीवन चलाने के लिए पैसा जरूरी है। जिन लोगों में पैसा बचाने की प्रवृत्ति होती है, ऐसे लोग ही परिवार चलाने की काबिलियत रखते हैं। वैवाहिक जीवन के लिए ये गुण बहुत जरूरी है।
पति-पत्नी बनने से पहले ये जरूर देखें कि जिससे आपका विवाह होने जा रहा है वो कितना केयरिंग है यानी क्या वो विवाह के बाद आपका सम्मान करेगा। ये गुण भी बहुत जरूरी है।