विदुर नीति में महात्मा विदुर ने लाइफ मैनेजमेंट के अनेक सूत्र बताए हैं। विदुर नीति से जानिए किसी स्त्री, भोजन, योद्धा और तपस्वी की तारीफ कब और किस स्थिति में करनी चाहिए…
आसानी से पच जाने पर भोजन की, निष्कलंक जवानी निकल जाने पर स्त्री की, युद्ध जीतने पर योद्धा की और ज्ञान प्राप्त होने पर तपस्वी की प्रशंसा करनी चाहिए।
महात्मा विदुर के अनुसार, जिस स्त्री का जीवन या जवानी बिना किसी दोष (निष्कंलक) के निकल जाए, उसकी प्रशंसा अवश्य करनी चाहिए
जो अन्न आसानी से पच जाए और जिसे खाने से किसी तरह का विकार (बीमारी) न हो, ऐसा अन्न प्रशंसा करने योग्य होता है।
जब कोई योद्धा युद्ध से विजय प्राप्त करके आए तो उसकी तारीफ जरूर करनी चाहिए। यही तारीफ उसका मनोबल बढ़ाती है।
जब किसी साधारण तपस्वी को ज्ञान प्राप्त हो जाए तो वह भी सम्मान करने के योग्य हो जाता है। इसलिए उसकी प्रशंसा भी जरूर करनी चाहिए।