महात्मा विदुर महाभारत के प्रमुख पात्र थे। उनकी नीतियां आज भी हमारे लिए बहुत काम की हैं। महात्मा विदुर ने अपनी एक नीति में बताया है कि किन 6 लोगों से मदद नहीं लेनी चाहिए…
निष्ठूरिणं कृतवैरं कृतघ्न मेतान् भृशार्तोअपि न जातु याचेत्।।
अर्थ- बहुत दुखी होने पर भी कृपण, मूर्ख, धूर्त, निर्दयी और कृतघ्न से सहायता की याचना नहीं करनी चाहिए।
महात्मा विदुर के अनुसार भूलकर भी कभी किसी कपटी व्यक्ति से मदद नहीं मांगनी चाहिए क्योंकि ऐसे लोग सिर्फ अपने भले के बारे में सोचते हैं और मौका मिलते ही धोखा देते हैं।
विदुर नीति के अनुसार, मूर्ख व्यक्ति से भी कभी सहायता नहीं लेनी चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों की मदद लेना हमारे लिए परेशानी का कारण बन सकती है। मूर्ख गलत काम करके हमें फंसा भी सकता है।
मदद लेते समय ये बात ध्यान रखें कि सहायता करने वाला धूर्त न हो। ऐसे लोग मदद करने के बहाने आपके अहित भी कर सकते हैं। ऐसे लोग किसी भी तरह से विश्वास करने योग्य नहीं होते।
जो व्यक्ति निर्दयी हो उससे भी मदद नहीं लेना चाहिए। ऐसे लोग मदद के बदले आपसे कुछ ऐसी चीज मांग सकते हैं जो आपके लिए देना असंभव हो सकता है। ऐसे लोगों से दूर रहना ही बेहतर है।
जो लोग दूसरों का उपहार नहीं मानते ऐसे लोगों को कृतघ्न कहा जाता है। ऐसे लोगों से मदद लेने से बचना चाहिए क्योंकि ये अपने निजी स्वार्थ के चलते आपका धन भी हड़प सकते हैं।