प्रेमानंद महाराज से एक महिला भक्त ने पूछा कि ‘मैं तो हमेशा अच्छे काम करती हूं, फिर मेरा बेटा क्यों मरा? इस सवाल के जवाब में बाबा ने जो कहा, वो हम सभी को जानना चाहिए…
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘आपने अच्छे कर्म इस जन्म में किए हैं, पिछले जन्म में आपने क्या किया, ये आप नहीं जानते। पिछले जन्म के कर्मों का फल भी आपको इस जन्म में भुगतना है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘इस जन्म में भी आपने अच्छे कर्म उस स्तर के नहीं किए, नहीं तो आपको बेटे की मृत्यु का शोक नहीं होता। क्योंकि एक न एक दिन तो सभी को जाना है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘लेकिन फिर भी आपको अपने पुण्य कर्मों का फल तो मिल ही रहा है तभी आप इस पवित्र तीर्थ स्थान पर आई हैं और यहां बैठकर सत्संग सुन रही हैं।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘इस जन्म के अच्छे कर्मों का प्रताप न होता तो बच्चे की मृत्यु के साथ ही आप खुद का शरीर भी नष्ट लेते। लेकिन ऐसा नहीं हुआ ये अच्छे कर्मों का ही फल है।’
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ‘पुण्य कर्मों ने आपको इस दुख को सहन करने की शक्ति दी। ये कर्म उच्च कोटि के होते तो आप समझ जातीं कि ये माया का खेल है, यहां से सभी को जाना है।’