कनाडा और भारत में एक फिर से खालिस्तानियों को लेकर विवाद की स्थिति बनती नजर आ रही है। बहुत कम लोग जानते हैं कि ‘खालिस्तान’ शब्द का अर्थ क्या है और ये क्यों विवादित है…
‘खालिस्तान’ ये शब्द सुनने में भले ही हिंदी भाषा का लगे, लेकिन वास्तव में ये अरबी भाषा से लिया गया शब्द है जिसका अर्थ है खालिस यानी शुद्ध और स्थान यानी भूमि।
खालिस्तान शब्द खालसा से बना है। खालसा पंथ की स्थापना गुरु गोविंद सिंह ने 1699 में की थी। खालसा सिक्ख धर्म के अंतर्गत ही आते हैं।
खालिस्तान की परिकल्पना सिक्खों के लिए एक अलग देश की है यानी सिक्खों की अपनी एक अलग भूमि है, जहां सिर्फ खालसाओं का ही शासन हो।
साल 1929 में मोतीलाल नेहरू के पूर्ण स्वराज की मांग पर शिरोमणि अकाली दल के तारा सिंह ने सिखों के लिए अलग देश बनाने की मांग की थी।
कहा जाता है कि 1940 में सबसे पहले खालिस्तान शब्द का प्रयोग हुआ था। इसके बाद लगातार इसका उपयोग किया जाने लगा।
खालिस्तान की मांग करने वाले सिक्खों ने हिंसा का रास्ता अपनाया, जिसके चलते सरकार को इन पर अंकुश लगाना पड़ा। इसलिए खालिस्तान शब्द विवादित है।