हिंदू धर्म के अंतर्गत जब कोई लड़का-लड़की विवाह बंधन में बंध जाते हैं तो इन्हें पति-पत्नी कहा जाता है। बहुत कम लोग पति-पत्नी शब्द का सही अर्थ जानते हैं।
वृंदावन स्थित मलूक पीठ के के प्रमुख राजेंद्रदासजी महाराज ने प्रवचन के दौरान पति-पत्नी शब्द का सही अर्थ बताया। पति-पत्नी शब्दों का सही अर्थ बहुत ही पवित्र है।
हिंदू धर्म में पत्नी शब्द का अर्थ बताया है- पतनात् त्रायते इति पत्नी। यानि जो स्त्री अपने पति को पतन से बचाती है यानी उसे गलत काम करने से रोकती है, वहीं पत्नी कहलाती है।
ग्रंथों के अनुसार, काम, क्रोध , मद , लोभ , मोह , ईर्ष्या , द्वेष ये 7 दोष ही मनुष्य के पतन का कारण बनते हैं। पत्नी इन सभी दोषों से पति को बचाती है, इसलिए उसे पत्नी कहा जाता है।
पति मूलतः संस्कृत का शब्द है। पति शब्द के वैसे तो कईं अर्थ हैं जैसे- स्वामी या मालिक, लेकिन पति शब्द का जो सही अर्थ है, वो है- रक्षणे यानी जो रक्षा करता है और पालन-पोषण करता है।
विवाह के बाद अगर कोई स्त्री का जीवन भर पालन-पोषण करता है और उसकी रक्षा करता है तो वह है उसका पति। पति शब्द सही अर्थों में रक्षा को लेकर लिया गया है।