बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने 27 जुलाई को छपरा की मेयर राखी गुप्ता को पद से हटा दिया, उन्होंने चुनावी एफिडेविट में अपने बच्चों की डिटेल्स छुपाई थी
राखी गुप्ता ने चुनावी एफिडेविट में अपने 3 बच्चे होने की जानकारी छुपाई थी, उन्होंने कागजात में उल्लेख किया था कि एक बच्चा नि:संतान रिलेटिव को लिखित तौर पर दे दिया है
छपरा की पूर्व मेयर सुनीता देवी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी कि मेयर राखी गुप्ता के तीन संतान होने के बावजूद उन्होंने अपने शपथ पत्र और नामांकन फॉर्म में गलत जानकारी भरी
राखी गुप्ता और वरुण प्रकाश के तीन संतान श्रीयांशी प्रकाश (14), शिवंशी प्रकाश (9) और श्रीश प्रकाश (6) हैं, 2008 के बाद ये बच्चे जन्मे
पॉलिटिक्स में आने से पहले राखी गुप्ता मॉडलिंग कर चुकी हैं, 2021 में i-glam मिसेज बिहार प्रतियोगिता में रनर अप रही थीं
पटना के फेमस अलंकार परिवार की बेटी राखी गुप्ता ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से MBA किया है, शादी के बाद वे ससुराल में भी ज्वैलरी का बिजनेस संभालती थीं
राखी के पति वरुण प्रकाश सिर्फ दो साल से राजनीति और समाज सेवा में हैं, कोरोना काल में यह फैमिली भाजपा से जुड़ी, वरुण प्रकाश को भाजपा में व्यवसायिक प्रकोष्ठ के संयोजक बनाया गया
राखी गुप्ता ने 19000 वोटों से छपरा मेयर का चुनाव जीता था, जबकि 2020 तक उनका पॉलिटिक्स से दूर-दूर तक कोई सरोकार नहीं था
निर्वाचन आयोग ने नगर निकाय चुनाव के लिए सिर्फ बच्चों का नियम जारी किया है, यानी 4 अप्रैल 2008 के बाद से तीसरे संतान का जन्म होने वाले उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ सकते हैं