चीन के हांगझोउ में चल रहे 19वें एशियन गेम्स में भारत की बेटियां देश को गोल्ड मेडल जीत रही हैं। दूसरी तरफ हरियाणा की ‘उड़न परी’ दादी की भी हर जगह चर्चा हो रही है।
106 साल की उम्र में रामबाई ने भी विदेशी धरती पर 4 मेडल जीतकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया है। उनका कहना है कि आखिरी सांस तक वह देश के लिए मेडल जीतकर लाएंगी।
उड़नपरी दादी ने 16-17 सितंबर को मलेशिया में वर्ल्ड मास्टर चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था। जहां वह 100 मीटर, 200 मीटर रेस में दौड़ी।
रेस में दौड़ने के बाद रामबाई ने गोला फेंस और डिस्कस थ्रो में भी हिस्सा लिया और गोल्ड मेडल जीत लिया। अब जब वह अपने गांव पहुंची तो लोग उनको बधाई दे रहे हैं।
उड़नपरी दादी चरखी-दादरी जिले के कादमा गांव की रहने वाली हैं। वो सबसे पहले तब चर्चा में आईं जब उन्होंने बेंगलुरू में आयोजित 100 मीटर रेस को मात्र 45.40 सेकंड में जीत लिया था।
दादी रामबाई का कहना है कि वह रोजाना 250 ग्राम रोजाना घी खाती हैं, कभी रोटी के जरिए तो कभी खिचड़ी और चूरमा के साथ...साथ में आधा किलो दही भी खाती हैं।