नूंह-मेवात में सोमवार को हुई हिंसा के बाद तीसरे दिन भी पूरे हरियाणा में हाई अलर्ट है, कई जिलों में धारा-144 लागू कर दी गई है।
नूंह में भड़की हिंसा में दो होमगार्ड जवानों की मौत गई थी। जिसमें एक नीरज और दूसरे गुरूसेवक थे । नीरज का परिवार गुरुग्राम के गढ़ी बाजिदपुर में रहता है।
नूंह हिंसा में फतेहाबाद के होमगार्ड जवान गुरसेवक की भी मौत हो गई। आज पैतृक गांव में जवान का अंतिम संस्कार किया गया गुरसेवक के 4 वर्षीय बेटे एकम ने मुखाग्नि दी।
इस हिंसा में जिन आम चार नागिरिकों की मौत हुई है, उसमें एक नाम शक्ति सिंह का भी है। जो कि नूंह से 18 किलोमीटर दूर भादस गांव का रहने वाला था।
नूंह-मेवात में हुई हिंसा में कई लोगों की दुकान जल गई, उनकी आंखों के सामने उनका लाखों का सामान जलता रहा और वह चाहकर भी उसे नहीं बचा सके।
इस बुजुर्ग का क्या दोष था जो हिंसा में उनकी दुकान को जला दिया गया। बजुर्ग अपनी जली दुकान से सामान निकालने की कोशिश करता हुआ।
वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो हिंसा के दौरान नूंही से गुजर रहे थे, लेकिन दंगाईयों ने उनको रोका और उन्हें उतारकर उनकी कार में आग लगा दी।
दंगाईयों ने आम नागरिक तो ठीक पुलिस वालों को भी नहीं छोड़ा। उनकी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। कई पुलिसवालें गंभीर रुप से जख्मी भी हुए हैं।