Hindi

देश का पहला डार्क स्काई रिजर्व गांव, जहां मनाया जाता है अंधेरे का जश्न

Hindi

जानें इस गांव की महत्वपूर्ण खासियतें

एक ओर जहां पूरे देश में रोशनी के त्यौहार दिवाली की धूम है, तो वहीं देश में एक ऐसा अनूठा गांव भी हैं, जहां रात के अंधेरे का जश्न मनाया जाता है। जानें इस गांव की महत्वपूर्ण खासियतें।

Image credits: Twitter
Hindi

किन लोगों को आकर्षित करता है ये अंधेरा गांव?

भारत का पहला डार्क स्काई रिजर्व हनले, उन लोगों के लिए स्वर्ग है जो सितारों के दुर्लभ नजारे देखना चाहते हैं। ये ऐसा अनूठा क्षेत्र है, जहां रात के अंधकार को संजोया और सराहा जाता है।

Image credits: Twitter
Hindi

इस गांव को किसने किया डेवलप?

हनले डार्क स्काई रिजर्व का उद्देश्य एस्ट्रो टूरिज्म को बढ़ावा देना और प्रकाश प्रदूषण को रोकना है। हिमालय की ऊंचाइयों पर बसे इस स्थान को भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान ने डेवलप किया है।

Image credits: Twitter
Hindi

लोकल लोग गाइड के रूप में करते हैं मदद

केंद्रीय विज्ञान राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के अनुसार ये लद्दाख को एस्ट्रो साइंस प्रेमियों काे आकर्षित करता है। स्थानीय लोग गाइड के रूप में पर्यटकों की मदद करते हैं।

Image credits: Twitter
Hindi

यी पर्यटन और साइंस बेस्ड विकास को मिलता का एकसाथ बढ़ावा

IIA की प्रोफेसर अन्नपूर्णी सुब्रमण्यम के अनुसार हनले डार्क स्काई रिजर्व खगोल विज्ञान शोध के साथ-साथ स्थायी पर्यटन और साइंस बेस्ड विकास को एक साथ बढ़ावा देती है।

Image credits: Twitter
Hindi

आधुनिक दूरबीनों से लैस रहते हैं लोकल ग्रामीण

स्थानीय ग्रामीणों को आधुनिक दूरबीनें दी गई हैं ताकि वे खगोल-राजदूत के रूप में कार्य कर सकें। यह पहल न केवल रोजगार का स्रोत बन रही है, बल्कि स्थायी पर्यटन को भी गति दे रही है।

Image credits: Twitter
Hindi

पर्यटन विभाग बाहरी रोशनी को करता है बैन

पर्यटन विभाग ने बाहरी रोशनी पर प्रतिबंध लगाते हुए ऐसे नियम बनाए हैं जो इस क्षेत्र की अंधेरी रातों को संरक्षित करते हैं। हनले में एक "स्टार पार्टी" का आयोजन भी किया गया।

Image credits: Twitter
Hindi

यहां होने वाली स्टार पार्टी में जुटते हैं ये लोग

इस स्टार पार्टी में शौकिया खगोलविदों ने भाग लिया और सितारों के नज़ारे का आनंद लिया। यह आयोजन HDSR के प्रति लोगों के आकर्षण को दर्शाता है।

Image credits: Twitter
Hindi

पर्यटकों की मदद के लिए ग्रामीणों को दी गई है ट्रेनिंग

IIA ने खगोल-पर्यटन के लिए 18 दूरबीनें स्थानीय निवासियों को प्रदान की हैं और उन्हें प्रशिक्षित किया गया है ताकि पर्यटक इस अद्वितीय अनुभव का आनंद ले सकें।

Image credits: Twitter
Hindi

यहां रखा गया है कम प्रकाश व्यवस्था का ध्यान

यहां कम प्रकाश व्यवस्था का ध्यान रखा गया है ताकि स्थानीय वन्यजीव और वनस्पतियाँ भी सुरक्षित रहें और खगोल अनुसंधान में कोई बाधा न हो।

Image credits: Twitter
Hindi

इससे पर्यावरण को भी होता है फायदा

हनले मठ के प्रमुख लामा और एस्ट्रो एंबेस्डर नवांग चोज़ान्ह के अनुसार हनले के अंधेरे आकाश को संरक्षित करना जरूरी है ताकि सितारों के नज़ारों का आनंद ले सके। पर्यावरण भी सुरक्षित रहे।

Image credits: Twitter

डिजिटल अरेस्ट स्कैम क्या है? जानें इससे बचने के 8 बेस्ट तरीके

5 साल पुरानी नकली कोर्ट, फर्जी जज और फैसले...जानें चौंकाने वाला खुलासा

"NO रोमांस": कैब ड्राइवर का कपल्स को सख्त संदेश, जानें क्या है वजह?

कितना पढ़ा लिखा है विकास यादव-फैमिली में कौन-कौन, जानिए पूरी हिस्ट्री