26 जून बुधवार को लोकसभा स्पीकर के लिए वोटिंग होगी। देश ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब स्पीकर के लिए पक्ष और विपक्ष दोनों ने उम्मीदवार उतारे हैं। ओम बिड़ला के सामने-के.सुरेश होंगे।
कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार बनाए गए के, सुरेश 8 बार से सांसद का चुनाव जीतते आ रहे हैं। इसलिए 18वीं लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद को स्पीकर होना चाहिए।
के. सुरेश का पूरा नाम कोडिकुन्निल सुरेश है, जो कि केरल के मावेलिक्कारा सीट से आठवी बार चुनाव जीते हैं। वह पहली बार 1989 में लोकसभा के लिए चुने गए थे।
के. सुरेश कांग्रेस की दूसरी मनमोहन सरकार में केंद्रीय श्रम और रोजगार राज्य मंत्री रह चुके हैं। उनकी गिनती कांग्रेस के सीनियर नेताओं में होती है।
के, सुरेश कांग्रेस कार्य समिति ( CWC ) के सदस्य हैं। वहीं केरल इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वह कांग्रेस कमेटी (AICC) के सचिव के रूप में भी काम कर चुके हैं।
बता दें कि के. सुरेश विवादों में भी रह चुके हैं। । 2010 में केरल उच्च न्यायालय ने उनकी जाति के आधार पर उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया था।
सीपीआई केआरएस अनिल ने याचिका में कहा था- सुरेश ओबीसी चेरामार ईसाई समुदाय से हैं, न कि चेरामार हिंदू समुदाय से, इसलिए वह एससी-आरक्षित सीट से चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हैं।