केरल के 2 बार CM रहे ओमान चंडी का 18 जुलाई को निधन हो गया, 2013 में सौर घोटाले में फंसी एक महिला ने उन पर रेप का इल्जाम लगाया था, हालांकि 2022 में CBI ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी
ओमान चंडी करुणाकरण और एके एंटनी सरकारों में मंत्री रहे, चंडी को 2018 में AICC महासचिव बनाया गया था, 2006 से 2011 तक वे केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे
ओमान चंडी 2004-2006 और 2011-2016 के दौरान केरल के मुख्यमंत्री रहे, वे 1970 कोट्टायम जिले में अपने गृह नगर पुथुपल्ली से चुनाव लड़ते रहे, लगातार 12 बार चुनाव जीतकर रिकॉर्ड बनाया था
केरल के दिग्गज नेता ओमान चंडी का जन्म 31 अक्टूबर, 1943 को कोट्टायम जिले के कुमारकोम में हुआ था
ओमान चंडी की मां का नाम बेबी चंडी और पिता का नाम केओ चंडी था, चंडी अपने पीछे पत्नी मरियम्मा ओम्मन, बेटे चंडी ओम्मन और बेटियों मारिया और अचू को छोड़ गए हैं
ओमन चांडी 1970 से लगातार पुथुपल्ली से MLA चुने जाते रहे, उन्होंने 18 मई 2011 को UDF सरकार में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी
ओमान चंडी केरल विधानसभा में बतौर मेंबर 50 साल रहे, जिसमें 12 वर्षों तक मंत्रीे, पर विडंबना है कि कभी भी पूरे कार्यकाल के लिए कोई पद नहीं संभाला।
श्रम मंत्री के रूप में ओमान चंडी ने केरल के लाखों शिक्षित बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने ऐतिहासिक फैसला किया था, जिसे लोग मिसाल मानते हैं
ओमान चंडी अगस्त 2004 के अंत से मई 2006 तक केरल के दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे। इस दौरान उन्होंने कई बड़ीं विकास योजनाओं की शुरुआत कराई थी
ओमान चांडी ने केरल छात्र संघ के कार्यकर्ता के रूप में राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखा था, वह सेंट जॉर्ज हाई स्कूल, पुथुपल्ली में केएसयू के इकाई अध्यक्ष रहे, फिर राज्य अध्यक्ष बने