PM मोदी अहमदाबाद में गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा छोटे छोटे पशुपालकों द्वारा शुरू की डेयरी देश का नंबर वन ब्रांड बन गई है।
पीएम मोदी ने गुरुवार को 1200 करोड़ की लागत से तैयार हुए पनीर, चॉकलेट, आईसक्रीम प्लांट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने किसानों के संघर्ष की कहानी बताई।
एक समय था जब किसान बिचौलियों से परेशान थे। वे किसानों से कम दाम पर दूध खरीदकर महंगे दामों पर बेचते थे। इस कारण किसानों को बिल्कुल भी बचत नहीं होती थी।
किसानों ने बिचौलियों से बचने के लिए स्थानीय नेता त्रिभुवनदास पटेल से संपर्क कर सरदार वल्लभ भाई पटेल से मुलाकात कर इस समस्या से उबरने के लिए डेयरी सहकारिता संघ की शुरुआत की।
छोटे छोटे किसानों द्वारा गुजरात के आणंद शहर में जिला सहाकारी समिति की स्थापना की, जहां कई गांवों के किसान दूध पहुंचाते थे। वहां से फिर दूध लोगों के घर घर तक पहुंचाया जाने लगा।
किसानों की मेहनत रंग लाई। समिति में किसानों की संख्या और दूध की खपत बढ़ने लगी। इसके बाद कई जिलों में सहाकारी समितियों का गठन किया गया। आज इस समिति में 36 लाख से अधिक किसान है।
अमूल ब्रॉन्ड गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड के अतंर्गत आता है। जिसकी स्थापना 1973-74 में हुई थी। संस्थान को 50 साल पूर्ण होने पर स्वर्ण जयंती समारोह मनाया गया।