Madhya Pradesh
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में गढ़ा नामक गांव है। जहां बागेश्वर धाम बालाजी का मंदिर है। पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री देशभर में कथा करने के साथ दरबार लगाते हैं।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने दरबार में आए लोगों को भीड़ के बीच से उठाते हैं। फिर उससे बगैर पूछे ही उसका नाम पता और समस्या के साथ उसका निदान भी पर्चे पर लिखकर देते हैं।
बागेश्वर धाम बालाजी के देश और विदेश में भक्त हैं। उनकी कथा और दरबार में शामिल होने के लिए लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं।
पं. धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि उन्हें बालाजी महाराज की यह सिद्धी उनके दादाजी के माध्यम से मिली है। एक दिन जब उन्होंने दादाजी से कहा मुझे भी बताईये मेरी गरीबी कब दूर होगी।
धीरेंद्र शास्त्री के दादाजी कर्मकांड करते थे, उनसे मिलने के लिए काफी लोग आते थे। कई तो लालबत्ती में भी आते थे। ऐसे में मैंने भी उनसे ये सिद्धी हासिल करने की बात कही।
पं.धीरेंद्र शास्त्री को दादाजी ने रात के समय बुलाया, जब वे गए तो उन्हें बालाजी के सामने खड़ा कर दिया। कुछ देर बाद बोला अब चले जाओ।
पं.धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि इसके बाद वे बगैर पूछे लोगों के नाम जानने लगे। उनके सामने कोई आता तो वे उसकी समस्या तक जानने लगे थे।
उन्हें जब लगने लगा कि उनके अंदर कोई शक्ति जाग्रत हो रही है। तो वे दादाजी को गुरु मानने लगे और उनके द्वारा बताए गए रास्ते पर चलने लगे।
पं.शास्त्री ने हनुमान चालीसा का पाठ शुरू किया, वे हवन पूजन और तपस्या करने लगे। जिससे वे लोगों के मन की बातें, उनकी समस्या और उनके बारे में बहुत कुछ जानने लगे।
पं.धीरेंद्र शास्त्री को जब पूरी तरह ये आभास हो गया कि वे लोगों को उनकी समस्या बताकर उन्हें दूर करने का उपाय भी बता सकते हैं। इसके बाद से उन्होंने दरबार लगाना शुरू कर दिया।
पं. शास्त्री अपने दरबार में आए लोगों को बागेश्वर बालाजी का नाम लेकर हनुमानजी से जुड़े उपाए बताते हैं।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दरबार सीबीडी ग्राउंड पूर्वी दिल्ली में 17 दिसंबर को सुबह 10 बजे से लगेगा।
वर्तमान में बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हनुमंत कथा दिल्ली के सीबीडी ग्राउंड में चल रही है। ये कथा 18 दिसंबर तक चलेगी।