बस-ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के दौरान शाजापुर कलेक्टर किशोर कन्याल और ड्राइवर्स के बीच बहस हो गई थी। तभी कलेक्टर ने ड्राइवर से कहा था कि, तुम क्या करोगे, तुम्हारी औकात क्या है?
औकात वाला मामला दूसरे दिन गरमा गया। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार सुबह किशोर कन्याल को हटाने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा- ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं है।
किशोर कन्याल राज्य प्रशासनिक सेवा से नौकरी में आए हैं। कन्याल साल 2013 प्रमोशन पाकर वह आईएएस अधिकारी बने हैं। महज नौ महीने बाद ही उन्हें हटा दिया गया है।
IAS किशोर ने दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से उन्होंने मास्टर किया है। इसके अलावा उन्होंने एलएलबी भी किया है। अप्रैल 2023 में वो शाजापुर कलेक्टर बने थे। 9 महीने में ही हटाए गए…
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आईएएस किशोर कान्याल शाजापुर कलेक्टर से पहले ग्वालियर में नगर निगम आयुक्त के पद पर पदस्थ रह चुके हैं।
आईएएस किशोर कान्याल उस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा में आए थे, जब उन्होंने अपनी बेटी दिव्यांशी के विवाह में बेसहारा और भिखारियों को खाना खिलाया था।
अफसर ना सिर्फ निराश्रितों को लग्जरी होटल में अपने हाथ से लजीज खाना परसकर खिलाया था। बल्कि उनको जाते वक्त महंगे-महंगे गिफ्ट भी दिए थे।