बाबा सिद्दीकी का जन्म 13 सितंबर, 1958 को बिहार के एक गांव में हुआ था। पिता अब्दुल रहीम के साथ 5 साल की उम्र तक उनका बचपन गांव मांझा थाना के शेख टोली में बीता।
इसके बाद बाबा सिद्दीकी के पिता काम-धंधे की तलाश में मुंबई चले आए और यहां बांद्रा ईस्ट में घड़ी मैकेनिक का काम करने लगे।
बाबा सिद्दीकी का असली नाम जियाउद्दीन है। शुरुआत में वो अपनी पढ़ाई के साथ ही पिता के साथ घड़ियां सुधारने का काम किया करते थे।
बाबा सिद्दीकी 1977 में जब मुंबई के एमएमके कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे तो उसी दौरान वो कांग्रेस की यूथ विंग NSUI के संपर्क में आए और संगठन से जुड़ गए।
पॉलिटिक्स में रुचि होने की वजह से वो इसमें सक्रिय भागीदारी निभाते, जिसकी वजह से 1980 में उन्हें बांद्रा का युवा कांग्रेस महासचिव बना दिया गया।
दो साल बाद ही 1982 में बाबा सिद्दीकी को NSUI बांद्रा रीजन का प्रेसिडेंट बनाय गया। इसके बाद वो 2 बार वहां से नगर निगम चुनाव लड़के पार्षद बने।
इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें विधानसभा का टिकट दिया और 1999, 2004 और 2009 में बाबा सिद्दीकी लगातार तीन बार कांग्रेस से विधायक बने।
बाद में बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस छोड़कर अजित पवार की पार्टी NCP का हाथ थाम लिया। उनके बेटे जीशान फिलहाल बांद्रा वेस्ट सीट से विधायक हैं।
बाबा सिद्दीकी के दबदबे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पॉलिटिक्स से लेकर मुंबई के तमाम फिल्म स्टार्स उनके एक इशारे पर दौड़े चले आते थे।