आजकल साइबर ठग खुद को CBI, ED, या पुलिस अफसर बताकर लोगों को धमकाते हैं कि उनके खिलाफ FIR दर्ज है। लेकिन अब मुंबई पुलिस ने उठाया है बड़ा कदम।
अब मुंबई पुलिस ने लॉन्च की है 'डिजिटल रक्षक हेल्पलाइन', जो डिजिटल अरेस्ट से आपको बचाएगी। जैसे ही कोई फर्जी कॉल आए, आप इन नंबरों पर संपर्क करें।
7715004444 और 7400086666 नंबरों पर भेजें FIR या वारंट की कॉपी और मुंबई पुलिस तुरंत करेगी वेरीफाई।
DCP दत्ता नालावडे के मुताबिक, 'डिजिटल अरेस्ट' सिर्फ एक साइबर फ्रॉड है। अगर कोई कहे कि आपको हाउस अरेस्ट किया गया है—तो जान लीजिए, वो ठग है।
अगर आपके पास कोई नोटिस, FIR या वारंट आया है, तो उसे मुंबई पुलिस को भेजें। वे जांचकर बताएंगे कि दस्तावेज असली है या फेंक।
डिजिटल रक्षक कंट्रोल रूम में पुलिस अधिकारी 24x7 तैनात हैं। ज़रूरत पड़ी तो वो आपके घर भी आएंगे और सुरक्षा देंगे।
पिछले साल डिजिटल अरेस्ट के 195 मामलों में ₹137 करोड़ की ठगी हुई। इस साल अब तक 70 मामले सामने आए, जिसमें ₹76 करोड़ का नुकसान हुआ।
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