छोटे से गांव से बने 150 IAS और IPS, कोई पुलिस कमिश्नर-कोई मुख्य सचिव
Rajasthan Jan 05 2025
Author: Arvind Raghuwanshi Image Credits:Our own
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यह है आईएएस-आईपीएस का गांव
राजस्थान का सवाईमाधोपुर इलाका तो वैसे रणथंभौर नेशनल टाइगर रिजर्व के नाम से पहचाना जाता है। लेकिन इसी सवाईमाधोपुर में एक गांव ऐसा है जिसे आईएएस-आईपीएस का गांव कहा जाता है।
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150 से ज्यादा लोग IAS और IPS
इस गांव का नाम बामनवास, जिसकी मिट्टी में सफलता की ऐसी खुशबू है कि यहां से 150 से ज्यादा लोग IAS और IPS, बन चुके हैं। यानि हर घर से एक यूपीएससी पास करने वाला लड़का निकला है।
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कोई पुलिस महानिदेशक तो कोई मुख्य सचिव
बामनवास से निकले लड़के पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव जैसे पदों की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। यहां के नारायण मीणा पुलिस महानिदेशक के पद से रिटायर हुए थे।
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सरकार में मुख्य सचिव यहीं से बने
वही यहां के रहने वाले ओपी मीणा प्रदेश सरकार में मुख्य सचिव भी बने थे। गांव से भले ही इतने IAS और IPS निकले हो। लेकिन सभी की स्कूलिंग गांव की सरकारी स्कूल से हुई।
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पढ़ाई के लिए जमीनें तक रखीं गिरवी
गांव के लोगों का मानना है कि हमेशा से ही गांव में बच्चों को बड़े अफसर बनने की सीख दी जाती थी। उनकी पढ़ाई के लिए लोग अपनी जमीनों को गिरवी रख देते थे।
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कई राज्यों में तैनात यहां के अफसर
बामनवास से आज सैकड़ों IAS और IPS अधिकारी हैं। जो देश में अलग-अलग राज्य में सेवाएं दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि सबसे अच्छी बात ये है कि यह अफसर गांव के लिए हर दम खड़े रहते हैं।