नगर निगम में सफाई कर्मचारी का काम करने वाली एक महिला आरएएस बनकर लोगों के लिए मिसाल बन गई थी। अब उसी महिला ने बड़ा ही शर्मनाक काम किया है।
2021 में राजस्थान प्रशासनिक सेवा का रिजल्ट जारी हुआ था। जिसमें जोधपुर राजस्थान की आशा कंडारा भाटी नामक महिला सुर्खियों में रही थी। क्योंकि वे सफाई कर्मचारी से सीधे आरएएस बन गई थी।
महिला आरएएस आशा और उसके बेटे सहित एक दलाल को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 1.75 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
जांच में सामने आया कि ये रिश्वत सफाई कर्मचारी के रूप में नौकरी लगाने के लिए ली जा रही थी। ये पैसा लेने के लिए खुद आशा जोधपुर से पाली जैतारण गई थी।
जैसे ही आशा का बेटा ऋषभ और दलाल योगेंद्र उनसे मिला तो पैसों के साथ तीनों को एसीबी की टीम ने दबोच लिया गया।
सालों पहले आशा के पति ने उन्हें छोड़ दिया था। ऐसे में अपने बच्चों को पालने के लिए आशा ने सफाई कर्मचारी का काम करना शुरू किया।
बच्चों को पढ़ने के दौरान वह खुद भी पढ़ने लगी थी और इसके बूते RAS भी बनी। वर्तमान में वह जोधपुर नगर निगम में ही नौकरी कर रही थी।
बताया जा रहा है कि आरएएस बनने के बाद भी आशा ने ज्वाइन नहीं किया था। वह आईएएस बनना चाहती थी। वह सफाई कर्मचारियों की नौकरी लगाने के नाम पर पैसा एकत्रित करती थी।