जयपुर के आबकारी अधिकारी अंकित अवस्थी ने सरकारी नौकरी छोड़कर अपने शिक्षण के शौक को चुना। पढ़ें उनकी मोटिवेशनल स्टोरी और शिक्षा के प्रति उनके समर्पण के बारे में।
सरकारी नौकरी लगने के लिए युवा सालों गुजार देते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो गर्वनमेंट अफसर बनने के बाद भी अपने शौक के लिए रिजाइन कर देते हैं। नौकरी भी करीब 2 लाख रुपए महीना की।
ऐसे ही एक अफसर है अंकित अवस्थी, जो जयपुर शहर में आबकारी अधिकारी के तौर पर नौकरी ज्वाइन की थी, लेकिन अपने पढ़ाने के शौक को पूरा करने के लिए उन्होंने 3 अक्टूबर 2024 को रिजाइन कर दिया।
अंकित ने 2011 से शिक्षण कार्य शुरू किया और इस क्षेत्र को अपना पैशन माना। अंकित ने IIT कानपुर से एमटेक और राजस्थान यूनिवर्सिटी से Msc गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं।
'शिक्षक भ्रष्टाचारी नहीं हो सकता' अंकित ने इसी विचार के साथ शिक्षा के क्षेत्र में कदम रखा। उनकी ये सोच गांव-देहात के गरीब बच्चों को बेहतर भविष्य की ओर ले जाने की प्रेरणा देती है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने एक शिक्षण संस्थान से 5 करोड़ के पैकेज की नौकरी छोड़ दी है, ताकि वह शिक्षा को और अधिक प्रभावी ढंग से आगे बढ़ा सकें।
RAS एग्जाम में 235वीं रैंक हासिल करने वाले अंकित का फोकस हमेशा शिक्षण पर रहा। उन्होंने नौकरी इसलिए की ताकि छात्रों के मन में ये सवाल न उठे कि मैंने खुद नौकरी क्यों नहीं की।
अब मैने नौकरी की है और उससे रिजाइन कर दिया। अंकित की योजना अब शिक्षा को सस्ते दरों पर प्रदान करना है, ताकि कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित न रहे।
उनका यूट्यूब चैनल भी बेहद लोकप्रिय है, जिसमें 4.34 मिलियन सब्सक्राइबर और X पर 2 लाख से ज्यादा फॉलोअर हैं। उनके वीडियो में लाखों के व्यूज आते हैं।
PM मोदी के लक्षद्वीप में डुबकी लगाने के बाद का यूट्यूब पर उनका वीडियो 'ये मालदीप को डुबोने की डुबकी है' और नीट एग्जाम के मुद्दे पर बना वीडियो खूब चर्चा में रहा।