राजस्थान के बाड़मेर जिले में रहने वाली कविता की दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी गूगल में नौकरी लगी है। वह गूगल में सॉफ्टवेयर डेवलपर होगी।
कविता को यहां तक पहुंचाने के लिए उनके पिता गोमाराम ने काफी संघर्ष किया है। उन्होंने अपनी बेटी की पढ़ाई के लिए रिश्तेदारों से पैसे उधार लिए।
बता दें कि गोमाराम खुद एक मैकेनिक हैं, वह बस और ट्रक की गड़बड़ी सही करते हैं। लेकिन बच्चों की पढ़ाई-लिखाई उन्होंने एक अधिकारी की तरह की है।
कविता ने अपनी शुरूआती पढ़ाई अपने गांव से ही पूरी की है, जहां 10वीं में 85% और 12वीं में 80% अंक प्राप्त किए।
कविता ने हिंदी में जेईई का एग्जाम दिया और 2019 में आईआईटी में एडमिशन मिल गया।आईआईटी में अंग्रेजी की कठिनाई के बावजूद धीरे-धीरे इंग्लिश में सुधार किया और अब उसमें निपुण हो गई हैं।
कविता पहले दो प्राइवेट कंपनियों में नौकरी कर चुकी हैं, लेकिन गूगल में नौकरी पाने का अवसर उनके लिए सबसे अच्छा है। कविता का बड़ा भाई प्रेम भी आईआईटी पासआउट है।