देश का सबसे बड़ा मूर्ति बाजार राजस्थान के जयपुर में स्थित है। यहां मार्बल से तैयार होने वाली मूर्तियों की देश विदेश में भारी डिमांड रहती है।
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही इस बाजार में राम दरबार की मूर्तियों की डिमांड काफी अधिक हो गई है। यहां वर्तमान में 50 हजार मूर्तियों के आर्डर हैं।
जयपुर में मार्बल से तैयार होने वाली मूर्तियों की 500 से अधिक दुकानें और कारखाने हैं। यहां गली गली में मूर्तियां तैयार होती है।
जयपुर में मार्बल से तैयार होने वाली छोटी मोटी दुकानों की भरमार है। यहां हजारों की तादात में मार्बल से मूर्तियां बनाने वाले कारीगर हैं।
जयपुर में पिछले दो माह से राम दरबार की काफी अधिक डिमांड है। भगवान राम, सीता माता, लक्ष्मण सहित हनुमान की मूर्तियां काफी लोग ले रहे हैं।
मूर्तियों के बाजार में इन दिनों 25 हजार रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक की मूर्तियां आर्डर पर बनाई जा रही है। इसके अलावा छोटी मूर्तियों की भी डिमांड है।
यहां मार्बल का सबसे बड़ा बाजार होने का मुख्य कारण यहां नागौर और अजमेर जिले में मकराना के मार्बल की खदानें हैं। जो देश में कहीं नहीं है।
यहां का मार्बल अपने आप में खास होता है। जो काफी मजबूत होने के साथ ही मूर्ति तैयार करने के लिए कोमल भी होता है।
मकराना मार्बल के अलावा वियतनाम मार्बल और अलवर का झीरी पत्थर भी मूर्ति बनाने के लिए काम में लिया जाता है।
मूर्तिकारों ने बताया कि अब तक के इतिहास में मार्बल की मूर्तियों का इससे बड़ा बूम पहले कभी नहीं आया है। भगवान राम ने हमें भी धन्य कर दिया।
मूर्ति बाजार में 6 इंच से लेकर 6 फीट तक की मूर्तियों की अधिक डिमांड है। जिसमें छोटी साइज घरों के लिए व बड़ी साइज मंदिरों के लिए ली जाती है।
जयपुर के अलावा नागौर, अजमेर, अलवर, राजसमंद, उदयपुर में भी मार्बल की मूर्तियां बनाई जाती है। मूर्तिकार सत्यनारायण पांडे ने कहा कि हम 9 माह से भगवान राम की मूर्तियां बना रहे हैं।
जब से अयोध्या में रामलला के विराजमान होने की खबर है। तभी से लोग घर में भी राम दरबार की छोटी छोटी मूर्तियां पूजा के लिए ले जा रहे हैं।