14 फरवरी को दुबई के अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने जा रहा है। भारत में राम मंदिर के बाद अब दुबई में इस मंदिर को लेकर जनता में उत्साह है।
यह भव्य मंदिर वहां 27 एकड़ जमीन पर बना है। जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 फरवरी को करेंगे। इससे एक दिन पहले वह भारतीय समुदाय के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
अबू धाबी में तैयार हुए पहले हिंदू मंंदिर का राजस्थान से सीधा कनेक्शन है। इस मंदिर में राजस्थान का ही पत्थर लगा है। यही के कारीगरों और मजदूर ने भी मंदिर निर्माण में काम किया है।
इस मंदिर के निर्माण के साथ ही राजस्थान का नाम भी काफी चर्चा में है क्योंकि जिस पत्थर से इस मंदिर का निर्माण हुआ है वह राजस्थान से ही ले जाया गया है।
आपको बता दे कि दुबई में राजस्थान के ही ज्यादातर मजदूर रहते हैं। ऐसे में इस मंदिर का निर्माण भी राजस्थानियों के हाथों हुआ है।
राजस्थान के जयपुर से गुलाबी बलुआ पत्थर दुबई ले जाया गया। जहां पर 25 हजार से अधिक टुकड़ों से मंदिर का निर्माण हुआ। मंदिर का निर्माण बीएपीएस संस्था के द्वारा करवाया जा रहा है।
कारीगर किशन सिंह बताते हैं कि पत्थरों से इस तरह के निर्माण करना उनका पारंपरिक काम है। वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि इस बेहतरीन काम में शामिल रहे।
इस मंदिर के निर्माण में गर्मी प्रतिरोधी नैनो टाइल्स और भारी ग्लास पैनल का उपयोग किया गया है। जिससे कि अंदर ठंड रहे।