देशभर में गणेश चतुर्थी के पर्व को लेकर तैयारियां जारी है। 7 सितंबर को गणेश मंदिरों में पूरे दिन कई धार्मिक कार्यक्रम होंगे और कई पंडाल सजेंगे।
सबसे खास बात तो यह है कि अंधेरा होने पर रणथंभौर किले को ही बंद कर दिया जाता है क्योंकि यहां शेर आते हैं।
कोई भी कितना ही बड़ा VIP आदमी क्यों ना हो उसे सीढ़ियों से चढ़कर ही त्रिनेत्र गणेश मंदिर में दर्शन करने के लिए जाना पड़ता है।
राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में रणथंभौर किले पर स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर में भी 3 दिवसीय मेला चल रहा है।
लाखों लोग 3 दिनों में रणथंभौर किले पर स्थित भगवान त्रिनेत्र गणेश के दर्शन करने के लिए आएंगे। यह इकलौता ऐसा मंदिर है जहां भगवान की मूर्ति में तीन आंखें हैं।
त्रिनेत्र गणेश नेशनल पार्क एरिया में आता है। यहां ऊपर किले तक जाने के लिए गाड़ी का कोई भी रास्ता नहीं है और न ही ऊपर कोई हेलीपैड बनाया गया।
1299 से 1302 के बीच अलाउद्दीन खिलजी ने अपनी सेना के साथ रणथंभौर किले को चारों तरफ से घेर लिया था। तब से लेकर आज तक इस मंदिर की मान्यता लगातार बढ़ती जा रही है।
मान्यता है कि भगवान राम ने लंका की तरफ जाते वक्त भगवान त्रिनेत्र गणेश का अभिषेक किया था। यहां लगी मूर्ति उसी का साक्षात रूप है।
त्रिनेत्र गणेश मंदिर का निर्माण राजा हमीर देव चौहान ने करवाया था। उन्होंने 1299 से 1302 के बीच अलाउद्दीन खिलजी से हुए युद्ध के दौरान भगवान गणेश से प्रार्थना की और सफलता भी मिल गई।