Success Story: हिम्मत और संघर्ष की मिसाल बने IFS अमित गेमावत! UPSC में 5 बार असफलता के बाद 6वें प्रयास में भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी बने। जानें उनकी प्रेरणादायक सफलता की कहानी।
जोधपुर निवासी अमित गेमावत की कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो असफलताओं से हार मान लेते हैं। अमित एक IFS अधिकारी हैं, इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कई कठिनाइयों का सामना किया।
अमित गेमावत ने UPSC के लिए कुल 6 प्रयास किए। पहले 5 प्रयासों में वो फेल हुए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। आखिरकार 2020 में उन्होंने UPSC परीक्षा में 672वीं रैंक हासिल की।
इसके बाद उनके पास अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पुलिस सेवा (ANIPS) और भारतीय वन सेवा (IFS) में से किसी एक को चुनने का विकल्प था। उन्होंने IFS को चुना और आज एक सफल IFS अधिकारी हैं।
इन्होंने सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इसके बाद कई कॉलेज में फैकल्टी के रूप में पढ़ाना शुरू किया।
इनका हमेशा से इंटरेस्ट सिविल सर्विसेज रहा। ऐसे में इन्होंने 2014 से लगातार यूपीएससी की परीक्षा देना शुरू कर दिया। कभी प्री तो कभी इंटरव्यू में इनका सिलेक्शन नहीं हो पाता।
अमित इससे पहले वे अन्य सरकारी पदों पर भी चयनित हो चुके हैं। उन्होंने 2017 में राजस्थान राज्य सिविल सेवा परीक्षा पास की थी और लेखाकार (Accountant) के पद पर नियुक्त हुए थे।
अमित के छोटे भाई शिशिर गेमावत ने 2017 में अपने दूसरे प्रयास में ही UPSC परीक्षा पास कर ली और IAS अधिकारी बन गए। अमित ने अपने भाई से प्रेरणा ली और खुद भी कड़ी मेहनत जारी रखी।
अमित बताते हैं कि पिछले 9 साल में भले ही उन्हें पांच बार असफलता हाथ लगी हो लेकिन इन्हीं 9 सालों में वह चार नौकरी हासिल कर चुके हैं। यदि इंसान चाहे तो वह क्या कुछ नहीं कर सकता है।
अमित ने 2014 में UPSC की तैयारी शुरू की थी। लगातार मेहनत के बावजूद, प्रारंभिक परीक्षा और साक्षात्कार में वे असफल होते रहे। लेकिन हार नहीं मानी और अपनी रणनीति को सुधारते रहे।
अमित का संदेश साफ है—असफलताओं से घबराने के बजाय, उनसे सीखकर आगे बढ़ना चाहिए। सफलता उन्हीं को मिलती है, जो हार नहीं मानते।