कभी सोचा है दो वक्त की रोटी के लिए महताज रहने वाला और मजदूरी करने वाला शख्स देश का नंबर-1 अफसर बन जाए। राजस्थान के रामभजन ने ऐसा कर दिखाया है। वह UPSC एग्जाम क्रैक कर IAS बने हैं।
रामभजन की सफलता की कहानी और उनका संघर्ष जानकर आपकी आंखों में आंसू आ जाएंगे। आज उनको तमाम सुविधाएं मिलती हैं, लेकिन एक वक्त था जब वो 10 रुपए के लिए दिनभर मजदूरी करते थे।
रामभजन मूलरूप से दौसा जिले के बापी गांव के रहने वाले हैं। हालत इतनी ज्यादा खराब थी कि घर चलाने के लिए बकरियां पालनी पड़ी। परिवार एक-एक वक्त की रोटी के लिए तरसता था।
राजस्थान के यह IAS उन लोगों के लिए उदाहरण है। जो कहते हैं कि बिना सुख सुविधाओं के ठीक से पढ़ाई नहीं हो सकती। वह कते हैं है कि बस ईमानदारी से मेहनत करें तो सफलता आपको जरूर मिलेगी।
बुरे हालातों के बाद भी रामभजन ने अपनी पढ़ाई जारी रखी। सबसे पहले उन्हें दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी मिली। थोड़े हालात सुधरे, लेकिन इसी बीच उनेक पिता की कोराना में मौत हो गई।
रामभजन लगातार असफल होनेके बाद भी UPSC एग्जाम देते रहे। साल 2022 में 8वें प्रयास में उनको सफलता मिली। यूपीएससी परीक्षा में 667 वीं रैंक हासिल की। जिसके बाद वह IAS अफसर बन गए।