दहेज एक ऐसा लालच है, जिसे कई IAS-डॉक्टर और मंत्री-विधायक तक मना नहीं करते। लेकिन जैसमलेर के एक दूल्हे ने शादी में अनूठी पहल की। लोग कहने लगे दुल्हन भाग्यवाली है जो ऐसा दूल्हा मिला।
समाज को आइना दिखाने वाले यह दूल्हे राजा परमजीत राठौड हैं, जैसलमेर के निवासी हैं। 14 फरवरी को करालिया गांव में निकिता भाटी से शादी की, दहेज नहीं लेने की पहल की खूब तारीफ हो रही है।
परमवीर, सिविल सेवा परीक्षार्थी हैं। शादी की रस्मों के दौरान लड़की वालों ने उपहार स्वरूप एक थाली में रख ₹5,51,000 कैश दिए तो दूल्हे ने लौटा दिए। सिर्फ शगुन में 1 रुपए- नरियल लिया।
परमवीर ने बताया, जब मुझे पैसों से भरा थाल दिया तो मुझे दुख हुआ कि आज भी दहेज जैसी प्रथा जारी है। मैंने परिवार से बात कि यदि पढ़े-लिखे लोग बदलाव नहीं करेंगे, तो समाज कैसे सुधरेगा।
परमवीर के पिता ईश्वर सिंह, जो कि एक किसान हैं, उन्होंने बेटे के फैसले का समर्थन किया। उन्होंने शादी के दौरान संकल्प लिया कि हमें दहेज जैसी कुप्रथाओं को जड़ से खत्म करना होगा।
बता दें कि दुल्हन नितिका कंवर जेठूसिंह भाटी की बेटी हैं। जिसने पढ़ाई में मास्टर डिग्री की हुई है। अब उसके दूल्हे की अनोखी पहल ने पूरे गांव में इसे चर्चा का विषय बना दिया है।
बता दें कि जब दूल्हे पक्ष द्वारा दुल्हन पक्ष की ओर से फैसे से भरा थाल लौटाया तो दुल्हन के पिता भावुक हो गए। कहा हमारी बेटी भाग्शाली है जो उसे ऐसा जीवनसाथ और परिवार मिला है।