क्रूर शासक औरंगजेब की मौत वाले दिन 13 जनवरी 1707 को जन्मे जाट महाराजा... सूरजमल के बलिदान दिवस पर आज पूरा देश उनको याद कर रहा है।
राजस्थान के भरतपुर जिले की नीवं रखकर भरतपुर रियासत बनाने वाले जाट महाराजा सूरजलमल इतने पराक्रमी थे कि अपने जीवन में 80 युद्ध किए, लेकिन एक भी नहीं हारे।
महाराजा सूरजलमल भारत को स्वतंत्र हिंदु राष्ट्र बनाना चाहते थे और इसी कड़ी में जीवन भर लगे रहे। उनके पिता का नाम बदनसिंह था।
इतिहासकार रामवीर वर्मा कहते हैं कि वे करीब साढ़े सात फीट उंचे थे। शाकाहारी और श्रीकृष्ण के भक्त थे। हर दिन पांच लीटर दूध और आधा किलो घी पीते, फिर दंड लगाते थे।
मुगल-अंग्रेज.…किसी को नहीं बक्शा। 14 साल की उम्र से राजनीतिक कैरियर शुरू करने वाले सूरजमल 25 दिसम्बर 1763 को दिल्ली के इमाम नजीबुद्दौला से युद्ध करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
महाराजा सूरजमल के बलिदान दिवस पर राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा ने लिखा 'राजा झुके, झुके मुगल - अंग्रेज, झुका गगन सारा…सारे जहां कि शीश झुके, झुका ना कभी सूरज हमारा