राजस्थान के खाटू में श्याम बाबा के शीश की पूजा होती है। यहां हर दिन हजारों की संख्या में भक्त उनके दर्शन करने के लिए आते हैं।
खाटू श्याम के दर्शन करने के लिए आप राजस्थान में जयपुर या सीकर पहुंचे, फिर वहां से रिंगस और वहां से खाटू जाएं। सीकर जिले के खाटू में बाबा श्याम का भव्य मंदिर है।
महाभारत काल में भीम पौत्र बर्बरीक ने नौ देवियों की तपस्या कर तीन तीर और धनुष प्राप्त किए थे।
श्रीकृष्ण ने बर्बरीक से वरदान में शीश मांगा था, जिसकी खाटू में पूजा होती है। यहां ग्यारस सहित अन्य अवसरों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
हरियाणा के हिसार जिले में स्थित स्याहड़वा गांव में बर्बरीक के धड़ की मूर्तियां मिली थी। यहां श्याम बाबा के धड़ की पूजा होती है। यहां भी दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं।
एक पंडित को बर्बरीक सपने में आए और उन्होंने अपने धड़ के बारे में बताया था। वहीं पूर्व दिशा में मंदिर बनाने के लिए भी कहा था, तभी से वहां बाबा श्याम के धड़ की पूजा होती है।
बताया जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने बर्बरीक को आशीर्वाद दिया था कि उनके शीश की पूजा की जाएगी। ऐसे में खाटू में बाबा श्याम के शीश के दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं।
खाटू श्याम का मंदिर सीकर जिले में आता है। वहीं राजस्थान के जयपुर से महज 70 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां श्रद्धालु बस, ट्रेन और टैक्सी के माध्यम से पहुंच सकते हैं।
खाटू श्याम में फाल्गुन माह में लक्खी मेला लगता है। इस माह में देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। मेले के दौरान एक माह में ही 40 लाख श्रद्धालु दर्शन करते हैं।