देशभर में आज 9 जून को महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर आयोजन किया जा रहा है। लेकिन राजस्थान में तो हर शहर और हर गांव में आयोजन हो रहे हैं।
वैसे तो भारत के इतिहास में कई शूरवीर योद्धाओं का नाम आता है। लेकिन दुश्मनों को धूल चटाने के मामले में महाराणा प्रताप का कोई जवाब नहीं था.....
चाहे अकबर की सेना हो या अन्य किसी दुश्मन की वह महाराणा प्रताप के ठिकाने का पता नहीं लगा सके। महाराणा उदयपुर से 35 किलोमीटर दूर गोगुंदा और भुताला के बीच मायरा की गुफा में रहते थे
यह गुफा सबसे सुरक्षित थी। जिसे देखकर कोई सोच भी नहीं सकता कि कोई यहां रहता हो। इतना ही नहीं यहां के रास्ते भी भूल भुलैया से कम नहीं है। इस गुफा के नजदीक की हल्दीघाटी का इलाका है
यदि यहां कोई जाता है तो यहां के टेढ़े मैढ़े रास्ते में इस कदर खो जाता है कि वापस लौट नहीं पाता था। इन्हीं गुफाओं में महाराणा प्रताप की सेना हथियार और अन्य सामान रखती थी।
महाराणा प्रताप के ठिकाने वाली यह गुफाएं इतनी ज्यादा बड़ी थी कि करीब हजारों लोग इनमें रुकते थे। हालांकि वह गुफाओं में भी जगह लगातार बदलते रहते।
अब महाराणा प्रताप के ठिकाने वाली यह गुफाएं राजस्थान के टूरिज्म प्लेस के रूप में पहचानी जाती है। जहां पर घूमने और देखने के लिए हजारों लोग आते हैं।