नाग पंचमी पर बात राजस्थान की ऐसी जगह की जहां अच्छे से अच्छे जहरीले सांप का जहर भी पानी की तरह उतर जाता है।
गोगा देव जी का मंदिर हनुमानगढ़ जिले में स्थित गोगामेढ़ी इलाके में स्थित है, जहां हजारों की संख्या में लोग सांपों का जहर उतरवाने आते हैं।
मान्यता है कि यहां पर सिद्ध पुरुष के रूप में गोगाजी की पूजा की जाती है। गोगाजी एक संत थे जो गुरु गोरखनाथ के सबसे प्रिय शिष्य थे।
गोगाजी का जन्म राजस्थान के चूरू जिले में हुआ था। उसके बाद वे दीक्षा लेकर संत बने। उनको सांपों को वश में करने की सिद्धी थी और इसी कारण लोग सर्प दंश का इलाज के लिए आते हैं।
मंदिर में उनकी समाधी बनी हुई है जिसकी पूजा होती है। पास ही शिव परिवार, भगवान भैरवनाथ और मां काली की प्रतिमाएं भी हैं।
हरियाणा, गुजरात, यूपी, एमपी, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़ समेत 8 से 10 राज्यों के लोग आते हैं पूजा पाठ के लिए। मुस्लिम समाज गोगा जी को पीर मानते हैं।