राजस्थान बाड़मेर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले में कांग्रेस के उम्मेदाराम बेनीवाल ने 1 लाख से ज्यादा वोटो से जीत हासिल की है।
उम्मेदाराम बेनीवाल अब सांसद बन गए हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं यह हमेशा से राजनीति में नहीं थे। पहले वह पुलिस की नौकरी करते थे।
बेनीवाल 1995 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी लगे। वहां रहकर 10 साल नौकरी भी की। 5 साल बाद ग्रेजुएशन पूरी की और सोचा कि अब पुलिस ऑफिसर बनना है।
बेनीवाल ने 10 साल बाद 2005 में पुलिस की नौकरी छोड़ी और खुद का हैंडीक्राफ्ट का बिजनेस शुरू किया। धीरे-धीरे कम इतना बढ़ा कि जर्मनी में भी इनके प्रोडक्ट डिमांड होने लगी।
जब गांव वालों ने इन्हें राजनीति में आने को कहा तो पहले बेनीवाल ने अपनी पत्नी पुष्पा देवी को मैदान में उतारा और वह सरपंच बनी।
बेनीवाल ने पहले पत्नी पुष्पा देवी को राजनीती के मैदान में उतारा और वह सरपंच बनी। 2018 में बेनीवाल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से जुड़े, दो बार विधायक का चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
इससे पहले बेनीवाल 2020 में जिला परिषद का चुनाव जीत चुके हैं। 2023 में विधायक का चुनाव हारने के बाद से ही इन्होंने लोकसभा की तैयारी शुरू कर दी थी।