प्रचार के दौरान अमित शाह ने एक रैली में नेताओं से कहा था कि अगर उनके इलाके में पार्टी कमजोर हुई,तो खामियाजा भुगतना पड़ेगा। ऐसे में राजस्थान के मुख्यमंत्री को भी भुगतना पड़ सकता है।
पहली वजह- दरअसल CM भजनलाल शर्मा मूलरूप से भरतपुर के रहने वाले हैं और वहीं से बीजेपी हार गई। उनके क्षेत्र में कांग्रेस को ज्यादा वोट मिले हैं। सियासी गलियारों में कई सवाल उठ रहे हैं
दूसरी वजह- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा खुद पहली बार विधायक बने हैं और पहली बार ही उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया गया, वे राजनीति को पूरी तरह समझ नहीं सके ।
तीसरी वजह-विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए और देश के कई राज्यों का दौरा किया , लेकिन अपना क्षेत्र नहीं संभाल सके ।
चौथी वजह-राजस्थान के बड़े नेता जैसे किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, राजेंद्र सिंह राठौड़ जैसे बड़े नेताओं में चल रही गुटबाजी को भजनलाल कम नहीं कर सके ।
पांचवी वजह-उनका चुनाव एक पर्ची के माध्यम से हुआ था, इसीलिए कांग्रेस ने उन्हें पर्ची वाला मुख्यमंत्री कहकर संबोधित करना शुरू कर दिया। यह शब्द भी उनके खिलाफ गया।
पांचवी वजह- इन तमाम कारणों के चलते भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में 11 सीटों का नुकसान खा बैठी , जबकि 10 साल में पार्टी ने पूरी 25 सीट जीती थीं।